रायपुर : शिक्षा संस्कृति छत्तीसगढ़ का 2 दिवसीय प्रांतीय अभ्यास संपन्न…

रायपुर,जनता तक खबर/12 अगस्त 2024,शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास छत्तीसगढ़ का दो दिवसीय प्रांतीय अभ्यास वर्ग 10 एवं 11 अगस्त 2024 को सरस्वती शिक्षा संस्थान रोहिणीपुरम रायपुर में आयोजित किया गया है. जिसमे छत्तीसगढ़ के अनेक जिलों से लगभग 50 प्रतिभागियों ने सहभागिता की.
कार्यक्रम का प्रथम दिवस उद्घाटन की औपचारिकता के पश्चात् प्रथम सत्र के विषय पंच परिवर्तन पर डॉ. देवनारायण साहू प्रान्त संगठन मंत्री विद्या भारती छ.ग. द्वारा दैनिक जीवन के अपने अनुभव एवं अन्य उदाहरण समाहित करते हुए निम्नाकित क्षेत्रों का
उल्लेख किया – कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, स्वदेशी का उपयोग एवं पर्यावरण
उन्होंने आज के परिवेश में घर पारिवारिक माहौल की चर्चा की व फिर पारिवारिक मूल्यों का महत्व समझाया और समाज में कुटुंब प्रबोधन बढ़ाने आग्रह किया.
सामाजिक समरसता बढ़ाने व जातिवाद को जड़ से ख़त्म करने प्रयास करने कहा स्वदेशी सामग्री का उपयोग अपनाने व उसकी आदत डालने का महत्व पर चर्चा की. पर्यावरण, स्वच्छता के विषय पर भी विस्तृत महत्व चर्चा की. भारत भूमि मात्र का टुकड़ा नहीं है, भारत एक विशाल व प्राचीन राष्ट्र है. इसके महत्व पर भी चर्चा हुई
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में कार्यकर्त्ता विकास, संभाल तथा प्रवास योजना विषय पर श्री नारायण नामदेव जी सहप्रान्त प्रचारक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा चर्चा के माध्यम से स्पष्ट किया. उन्होंने कहा की संगठन के लिए कार्य करने वाला कार्यकर्त्ता न रुकता है न थकता है. वह अपने संगठन के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए जी जान से लगा रहता है. वह प्लान बनाकर प्रवास भी करता है.
तृतीय सत्र में न्यास की प्रत्येक जिले में उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए चर्चा की गई एवं रणनीति तैयार की गयी
द्वितीय दिवस का प्रारम्भ व्यायाम योग शाखा के माध्यम से श्री दानीराम वर्मा जी के मार्गदर्शन में हुआ. योग सत्र डॉ छगनलाल सोनवानी प्रख्यात योग शिक्षक ने लिया. द्वितीय दिवस प्रथम सत्र में भारतीय ज्ञान परम्परा व राष्ट्रीय शिक्षा नीति विषय पर प्रदेश के जाने माने भाषा एवं शिक्षाविद डॉ. चितरंजन कर द्वारा मार्गदर्शन किया गया. ड़ॉ कर विश्व के महान दार्शनिकों, भाषाविदों, शिक्षाविदों को उल्लेख करते हुए ज्ञान की महत्ता यह कहते हुए प्रतिपादित की यही एक चीज है जो कभी घटती नहीं है. उनके उद्बोधन ने प्रतिभागियों को भाव विभोर कर दिया.
अंतिम सत्र में न्यास की कार्य पद्धति तथा कार्यशैली विषय पर डॉ अजय तिवारी कुलपति स्वामी विवेकानंद विश्व विद्यालय सागर द्वारा विस्तार से न्यास गठन से अब तक की विकास यात्रा को बताने के साथ विषय के बिन्दुओ को उदाहरण सहित स्पष्ट किया
न्यास छ. ग. के प्रान्त संयोजक श्री प्रफुल्ल शर्मा जी, सह संयोजक व इस कार्यक्रम के संयोजक डॉ दुर्गा शरण चंद्रा थे. कार्यक्रम का संचालन श्री बलदाऊ राम साहू ने किया. व्यवस्था की दायित्व श्री दिलीप केशरवानी ने निभाया.